The 2-Minute Rule for motivational stories in Hindi
The 2-Minute Rule for motivational stories in Hindi
Blog Article
पंचतंत्र की कहानी: बड़े नाम का चमत्कार – bade naam ka chamatkar
उन्होंने गाँधी जी को संकेत कर बगल वाले छात्र से नक़ल कर वर्तनी ठीक लिखने को कहा. किन्तु गाँधी जी ऐसा कहाँ करने वाले थे.
सभी ने बताया कि उल्लू कह रहा है कि हंसिनी उसकी पत्नी है और हंस कह रहा है कि हंसिनी उसकी पत्नी है।
व्यक्ति विनम्रता से बोला – भगवान, वैसे तो मै समय पर ही पहुंच जाता परन्तु रास्ते में एक बोझ उठाने वाली वृद्ध महिला की मदद करने में, एक वृद्ध गाड़ीवाले के गाड़ी को कीचड़ से निकालने में, और एक अंधी वृद्धा को उसके झोपडी तक पहुंचाने में थोड़ी विलंब हो गयी,
“I used to be part of the sandwich generation with just one little one in faculty, 1 graduating from highschool and a person in Center faculty, all while looking after my growing older Mother who was acquiring important medical issues at the time. I was Functioning as a 3rd-grade Trainer soon after taking a crack to stay dwelling with my Young ones. Following a several years, I noticed I used to be miserable. I commenced possessing Actual physical medical problems and my anxiety amount was with the roof. This wasn’t what I planned to be performing anymore, but I'd no clue what I did want. So with the assist and encouragement of my partner and family members, I took a task in an independent faculty working in fundraising and communications.
अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
इस तरह व्यक्ति चलते-चलते आखिर महर्षि रमण के आश्रम में पहुंच गया। महर्षि जी अपनी पूजा पाठ और ध्यान के लिए तैयार हो ही रहे थे। व्यक्ति वहां पहुंच कर महर्षि का अभिवादन किया और वहीँ उनके पास बैठ गया
हमें अपने जीवन में कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए क्योंकि झूठ का कोई वजूद नहीं है और इससे हम किसी और को नहीं बल्कि खुद को ही धोखा देते है.
"अत्यंत ईमानदार, दृढ़ संकल्प, शुद्ध आचरण और महान परिश्रमी, ऊँचे आदर्शों में पूरी आस्था रखने वाले निरंतर सजग व्यक्तित्व का नाम ही है- लाल बहादुर शास्त्री"( पंडित जवाहरलाल नेहरू)
We're not supporting IE (World-wide-web Explorer) as we attempt to offer website ordeals for browsers that assist new Net requirements and stability tactics.
गाँधी जी ने उनको बताया की अगर यह आम आदमी आपकी बराबरी का होता तो क्या आप तब भी इन्हें थप्पड़ मार देते.
अंडा नाजुक था, पतली बाहरी खोल के साथ अपने तरल इंटीरियर की रक्षा जब तक यह उबलते पानी में नहीं डाला गया था। फिर अंडे के अंदर का हिस्सा सख्त हो गया।
जरुर पढ़े : महात्मा गाँधी जी के अनमोल वचन
मिल देखने के बाद शास्त्रीजी मिल के गोदाम में पहुँचे website तो उन्होंने साड़ियाँ दिखलाने को कहा। मिल मालिक व अधिकारियों ने एक से एक खूबसूरत साड़ियाँ उनके सामने फैला दीं। शास्त्रीजी ने साड़ियाँ देखकर कहा- "साड़ियाँ तो बहुत अच्छी हैं, क्या मूल्य है इनका?"